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বিজ্ঞাপন

CAR T-Call Therapy क्या है? कैंसर रोगियों के लिए वरदान। भारत में CAR T-Cell Therapy: लागत, उपलब्धता




CAR T-Call Therapy क्या है? कैंसर रोगियों के लिए वरदान। भारत में CAR T-Cell Therapy: लागत, उपलब्धता

( Apurba Das )

कैंसर एक ऐसा रोग है जो शरीर की कोशिकाओं को असामान्य रूप से बढ़ने और फैलने पर मजबूर करता है। यह बीमारी समय के साथ न केवल शरीर के अन्य हिस्सों में फैल जाती है, बल्कि जानलेवा भी बन सकती है। परंतु चिकित्सा विज्ञान की प्रगति ने आज इस रोग के खिलाफ नई उम्मीदें जगाई हैं। ऐसी ही एक क्रांतिकारी तकनीक है — CAR T-Cell Therapy या टी-सेल थेरेपी, जिसे आज कई विशेषज्ञ कैंसर के इलाज में वरदान मान रहे हैं।

CAR T-Cell Therapy क्या है?

CAR T-Cell Therapy एक प्रकार की इम्यूनोथेरेपी (Immunotherapy) है। इस उपचार में मरीज के खुद के टी-कोशिकाओं (T-Cells) को बाहर निकालकर उन्हें प्रयोगशाला में संशोधित (Genetically Modified) किया जाता है ताकि वे कैंसर कोशिकाओं को पहचान सकें और उन्हें खत्म कर सकें। संशोधित कोशिकाओं को फिर से मरीज के शरीर में डाला जाता है, जहां वे कैंसर से लड़ती हैं।

CAR का मतलब है – Chimeric Antigen Receptor। यह एक विशेष प्रकार का रिसेप्टर होता है जो टी-सेल्स को कैंसर सेल्स को पहचानने और उन पर हमला करने की क्षमता देता है।


CAR T-Cell Therapy कैसे काम करती है?

ब्लड से टी-सेल्स निकालना – सबसे पहले मरीज के शरीर से खून निकालकर उसमें से टी-सेल्स को अलग किया जाता है।

टी-सेल्स को संशोधित करना – इन टी-सेल्स को लैब में जेनेटिकली इस तरह बदला जाता है कि ये कैंसर कोशिकाओं की सतह पर मौजूद एक खास एंटीजन (जैसे CD19) को पहचान सकें।

संशोधित टी-सेल्स की वृद्धि – इन संशोधित कोशिकाओं को बड़ी मात्रा में लैब में बढ़ाया जाता है।

वापस शरीर में डालना – फिर इन कोशिकाओं को मरीज के शरीर में इंजेक्शन के माध्यम से वापस डाल दिया जाता है, जहां ये कैंसर कोशिकाओं को खोजकर नष्ट करती हैं।


👉 किन कैंसर में कारगर है CAR T-Cell Therapy?

हालांकि यह तकनीक अभी सभी प्रकार के कैंसर के लिए नहीं है, लेकिन निम्न कैंसरों में प्रभावी पाई गई है:

• एक्यूट लिम्फोब्लास्टिक ल्यूकेमिया (ALL)

• नॉन-हॉजकिन्स लिंफोमा (NHL)

• मल्टीपल मायलोमा

• क्रॉनिक लिम्फोसाइटिक ल्यूकेमिया (CLL)

भविष्य में इसे ठोस ट्यूमर (Solid Tumors) जैसे ब्रेन, फेफड़े, स्तन और अन्य प्रकार के कैंसर पर भी प्रभावी बनाने की दिशा में शोध चल रहा है।


भारत में CAR T-Cell Therapy: उपलब्धता :

भारत में CAR T-Cell Therapy अभी अपने शुरुआती चरण में है, लेकिन AIIMS दिल्ली, Tata Memorial Hospital मुंबई, और Narayana Health जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में इस पर काम शुरू हो चुका है।

2021 में भारत में पहली बार CAR T-Cell Therapy का क्लिनिकल ट्रायल टाटा मेमोरियल के ACTREC और IIT बॉम्बे के सहयोग से हुआ। इसके बाद भारत ने इस तकनीक को विकसित करने और देश के मरीजों के लिए सुलभ बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया।

👉 लागत (Cost)

CAR T-Cell Therapy एक अत्यंत जटिल और महंगी प्रक्रिया है। अमेरिका में इसकी लागत लगभग 3-4 करोड़ रुपये होती है। लेकिन भारत में स्थानीय तकनीक और निर्माण के कारण इसकी कीमत को काफी कम करने की कोशिश की जा रही है।

फिलहाल भारत में इसकी अनुमानित लागत 30 से 40 लाख रुपये है, जो भविष्य में और भी सस्ती हो सकती है जब यह तकनीक व्यापक रूप से उपलब्ध हो जाएगी।


◽मरीजों को क्या जानना चाहिए?

1. उपचार की जटिलता
यह इलाज पारंपरिक कीमोथेरेपी या रेडियोथेरेपी से अलग है। इसमें अस्पताल में कई सप्ताह तक रहना पड़ सकता है, क्योंकि इसके बाद शरीर में कुछ दुष्प्रभाव हो सकते हैं।

2. संभावित साइड इफेक्ट्स

CAR T-Cell Therapy के दौरान या बाद में मरीज को निम्न समस्याएं हो सकती हैं:

• Cytokine Release Syndrome (CRS) – बुखार, लो ब्लड प्रेशर, सांस लेने में कठिनाई

• न्यूरोलॉजिकल साइड इफेक्ट्स – भ्रम, बोलने में कठिनाई, दौरे

• इन्फेक्शन का खतरा – क्योंकि शरीर की इम्यून प्रणाली में बदलाव होता है

3. कौन करा सकता है यह इलाज?

सभी मरीजों के लिए यह थेरेपी उपयुक्त नहीं है। इसे लेने से पहले निम्न बातों का मूल्यांकन किया जाता है:

• मरीज की उम्र और शरीर की स्थिति

• कैंसर का प्रकार और स्टेज

• पहले दिए गए इलाजों की प्रतिक्रिया

4. बीमा और सरकारी सहायता

भारत सरकार और कई बीमा कंपनियां अब इस थेरेपी को कवर करने पर विचार कर रही हैं। कुछ सरकारी योजनाएं जैसे आयुष्मान भारत योजना भविष्य में CAR T-Cell Therapy को अपने दायरे में ला सकती हैं।


भारत में भविष्य :

भारत में CAR T-Cell Therapy के भविष्य को लेकर उम्मीदें बहुत हैं:

स्थानीय अनुसंधान और उत्पादन से लागत में कमी आएगी।

सरकारी प्रोत्साहन और नीति समर्थन से यह थेरेपी अधिक व्यापक रूप से उपलब्ध होगी।

प्राइवेट हॉस्पिटल्स और स्टार्टअप्स भी इस क्षेत्र में निवेश कर रहे हैं।

देश में अगर सही दिशा में निवेश और नीति लागू हो, तो यह थेरेपी हजारों मरीजों के लिए जीवनदायी साबित हो सकती है।


CAR T-Cell Therapy एक अभिनव और जीवनदायिनी चिकित्सा पद्धति है जो कैंसर के खिलाफ लड़ाई में नया मोड़ ला रही है। भारत जैसे विकासशील देश में इसका सस्ता और सुलभ रूप से उपलब्ध होना एक बड़ा चिकित्सा क्रांतिकारी कदम है। हालांकि यह तकनीक अभी सबके लिए नहीं है, लेकिन आने वाले वर्षों में यह कैंसर के इलाज का एक मुख्य आधार बन सकती है।

मरीजों को सलाह है कि वे योग्य ऑन्कोलॉजिस्ट से परामर्श लें और अपने विकल्पों की अच्छे से जांच करें। सही जानकारी और समय पर इलाज से कैंसर से जीत संभव है।

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