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বিজ্ঞাপন

सावन पूर्णिमा में किए जाने वाले वास्तु उपाय । सुख समृद्धि और आर्थिक लाभ के लिए।



सावन पूर्णिमा में किए जाने वाले वास्तु उपाय । सुख समृद्धि और आर्थिक लाभ के लिए। 

( Apurba Das )

सावन का महीना हिंदू धर्म में अत्यंत पवित्र माना जाता है। यह महीना भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त करने का समय होता है। सावन पूर्णिमा का दिन धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टि से और भी अधिक फलदायी माना जाता है, क्योंकि इस दिन चंद्रमा अपनी पूर्ण कलाओं के साथ उदित होता है और इसकी ऊर्जा अत्यधिक प्रभावशाली होती है। शास्त्रों में कहा गया है कि इस दिन किए गए पूजा-पाठ, दान और विशेष उपाय न केवल तुरंत फल देते हैं, बल्कि जीवन में लंबे समय तक सकारात्मक बदलाव भी लाते हैं।

वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर, परिवार और कार्यक्षेत्र में सुख-समृद्धि, शांति और स्वास्थ्य बनाए रखने के लिए सावन पूर्णिमा का दिन विशेष महत्व रखता है। आइए जानते हैं कि इस दिन कौन-कौन से वास्तु उपाय करने से जीवन में खुशहाली और सकारात्मक ऊर्जा आती है।

1. घर के मुख्य द्वार की सफाई और सजावट

सावन पूर्णिमा के दिन प्रातःकाल घर के मुख्य दरवाजे की अच्छी तरह सफाई करें। दरवाजे पर गंगाजल या गौमूत्र का छिड़काव करें, इससे नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।
मुख्य द्वार पर आम के पत्तों और अशोक के पत्तों का तोरण लगाएं। यह घर में सकारात्मक ऊर्जा लाने का एक महत्वपूर्ण वास्तु उपाय है। दरवाजे पर हल्दी, चावल और कुमकुम से स्वस्तिक का चिन्ह बनाएं, जिससे लक्ष्मी जी का आगमन होता है।




2. शिवलिंग पर जलाभिषेक

सावन पूर्णिमा पर भगवान शिव की पूजा का विशेष महत्व है। सुबह स्नान के बाद शिवलिंग पर गंगाजल, दूध, दही, शहद, शक्कर और बेलपत्र चढ़ाएं। वास्तु शास्त्र के अनुसार शिव पूजा से घर में जल तत्व का संतुलन बना रहता है, जिससे मानसिक शांति और पारिवारिक सामंजस्य बढ़ता है।

3. चांदी के वस्त्र या सिक्के का उपाय

अगर आपके घर में आर्थिक तंगी रहती है तो सावन पूर्णिमा के दिन चांदी का सिक्का या चांदी की छोटी सी वस्तु को गंगाजल में स्नान कराकर लक्ष्मी मंदिर या घर के पूजाघर में रखें। यह उपाय घर में धन और समृद्धि का प्रवाह बढ़ाता है।

4. तुलसी पौधे की विशेष पूजा

वास्तु में तुलसी को बहुत शुभ माना गया है। सावन पूर्णिमा के दिन तुलसी के पौधे को गंगाजल और दूध मिश्रित जल से सींचें और दीपक जलाएं। तुलसी के पौधे के चारों ओर 11 बार परिक्रमा करें और ‘ॐ नमो भगवते वासुदेवाय’ मंत्र का जाप करें। इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा और सुख-शांति बनी रहती है।

5. चंद्रमा को अर्घ्य देना

पूर्णिमा के दिन चंद्रमा की रोशनी अत्यधिक प्रभावशाली होती है। वास्तु के अनुसार, चंद्रमा मन और भावनाओं को नियंत्रित करता है। सावन पूर्णिमा की रात चंद्रमा को दूध मिले जल से अर्घ्य दें और चंद्र मंत्र “ॐ चंद्राय नमः” का जाप करें। इससे मानसिक तनाव कम होता है और घर में सुख-शांति का वातावरण बनता है।

6. नमक का विशेष उपाय

अगर घर में नकारात्मक ऊर्जा का अनुभव हो रहा है, तो सावन पूर्णिमा के दिन काले कपड़े में थोड़ा सा सेंधा नमक बांधकर घर के मुख्य द्वार पर लटकाएं। यह नकारात्मक ऊर्जा को खींचकर बाहर कर देता है।

7. दक्षिण दिशा का शुद्धिकरण

वास्तु में दक्षिण दिशा यम दिशा मानी जाती है। अगर इस दिशा में कोई अव्यवस्था या गंदगी हो तो इससे अशुभ ऊर्जा आती है। सावन पूर्णिमा के दिन इस दिशा की सफाई करें और वहां एक दीपक जलाएं। इससे घर में आयु और स्वास्थ्य में वृद्धि होती है।

8. रुद्राक्ष धारण करना

सावन पूर्णिमा पर रुद्राक्ष धारण करना अत्यंत शुभ माना जाता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, रुद्राक्ष घर में सकारात्मक कंपन को बढ़ाता है और नकारात्मक शक्तियों से रक्षा करता है। इसे गंगाजल से शुद्ध करके शिव मंदिर में अर्पित करें और फिर धारण करें।

9. पीपल वृक्ष का पूजन

पीपल का पेड़ वास्तु और ज्योतिष दोनों में अत्यंत पवित्र माना गया है। सावन पूर्णिमा के दिन पीपल वृक्ष के नीचे दीपक जलाकर जल अर्पित करें और 7 बार परिक्रमा करें। इससे पितृ दोष दूर होता है और घर में सुख-समृद्धि आती है।

10. अनाज और वस्त्र का दान

वास्तु के अनुसार, दान-पुण्य से न केवल आपके घर में सकारात्मक ऊर्जा आती है, बल्कि जीवन में आर्थिक स्थिरता भी बनी रहती है। सावन पूर्णिमा के दिन गेहूं, चावल, गुड़, वस्त्र और हरी सब्जियां गरीबों में दान करें। इससे घर में लक्ष्मी का वास होता है।

11. घर के जल स्रोत का शुद्धिकरण

सावन पूर्णिमा के दिन घर के कुएं, बोरवेल, टंकी या पानी रखने की जगह की सफाई करें और उसमें गंगाजल डालें। जल तत्व की शुद्धता से वास्तु दोष दूर होते हैं और स्वास्थ्य अच्छा रहता है।

12. दीपदान का महत्व

सावन पूर्णिमा की रात घर के सभी कोनों में दीपक जलाएं, खासकर अंधेरे स्थानों पर। यह उपाय नकारात्मक ऊर्जा को समाप्त करता है और घर में शांति बनाए रखता है।


सावन पूर्णिमा केवल धार्मिक दृष्टि से ही नहीं, बल्कि वास्तु और ऊर्जात्मक दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस दिन किए गए उपाय घर के वातावरण को शुद्ध करते हैं, जीवन में सौभाग्य लाते हैं और मानसिक शांति प्रदान करते हैं।
यदि इन उपायों को श्रद्धा और विश्वास के साथ किया जाए, तो जीवन के हर क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव अनुभव किए जा सकते हैं।

 

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