केला के थंभ (banana stem) खाने से होने वाले जबरदस्त फायदे
( Apurba Das )
केले का पेड़ जितना उपयोगी होता है, उतना ही लाभकारी इसका थंभ यानी तना भी होता है, जिसे आमतौर पर लोग फेंक देते हैं। लेकिन आयुर्वेद और पारंपरिक चिकित्सा पद्धति में केले के थंभ को एक सुपरफूड माना गया है। इसमें भरपूर मात्रा में फाइबर, पोटैशियम, आयरन, और कई औषधीय गुण होते हैं जो शरीर को कई गंभीर बीमारियों से बचाते हैं। आइए जानते हैं कि केले के थंभ को खाने से कौन-कौन सी बीमारियां दूर होती हैं और इसके क्या-क्या स्वास्थ्य लाभ हैं।
1. किडनी स्टोन (गुर्दे की पथरी) से राहत
केले के थंभ का रस गुर्दे की पथरी को घुलाने और बाहर निकालने में बेहद सहायक होता है। यह मूत्रवर्धक (diuretic) होता है, जिससे पेशाब की मात्रा बढ़ती है और छोटे-छोटे स्टोन मूत्र मार्ग से बाहर निकल जाते हैं।
अगर आपके शरीर में यूरिक एसिड अधिक है तो आपको केले के थंभ खाना चाहिए।
उपयोग: रोज सुबह खाली पेट 1 गिलास केले के थंभ का रस पीने से पथरी की समस्या में बहुत राहत मिलती है।
2. मूत्र रोग (Urinary problems) में लाभकारी
अगर आपको पेशाब में जलन, बार-बार पेशाब आना, या संक्रमण की समस्या है तो केले के तने का सेवन रामबाण उपाय है। यह मूत्र मार्ग को साफ करता है और शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकालता है।
फायदा: पेशाब संबंधी जलन, इंफेक्शन और बार-बार यूरिन आने की समस्या में लाभ मिलता है।
3. मोटापा कम करने में सहायक
केले के तने में घुलनशील और अघुलनशील फाइबर होता है जो पाचन क्रिया को सुधारता है और लंबे समय तक पेट भरा हुआ महसूस होता है। इससे अधिक भोजन करने की इच्छा कम होती है, और धीरे-धीरे वजन कम होता है।
नुस्खा: सुबह या दोपहर में केले के थंभ का सूप या रस पिएं। इससे फैट मेटाबॉलिज्म भी तेज होता है।
4. पाचन तंत्र को स्वस्थ रखता है
यह फाइबर से भरपूर होता है, जिससे कब्ज, गैस, अपच और एसिडिटी की समस्याएं दूर होती हैं। यह आंतों की सफाई करता है और डाइजेशन को बेहतर बनाता है।
घरेलू उपाय: केले के तने की सब्जी बनाकर सप्ताह में 2-3 बार खाने से पाचन में सुधार आता है।
5. ब्लड शुगर कंट्रोल करता है (मधुमेह के लिए फायदेमंद)
इसमें लो ग्लायसेमिक इंडेक्स होता है जिससे शुगर धीरे-धीरे रिलीज होती है और रक्त में शर्करा की मात्रा नियंत्रण में रहती है।
डायबिटीज के मरीज: केले के तने का सूप या सलाद नियमित सेवन करने से ब्लड शुगर कंट्रोल रहता है।
6. ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करता है
पोटैशियम की अधिकता के कारण यह हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करता है और हृदय को स्वस्थ बनाए रखता है।
फायदा: हाई बीपी के मरीज केले के थंभ का जूस लें, यह रक्त वाहिकाओं को रिलैक्स करता है।
7. डिटॉक्सिफिकेशन (शरीर की सफाई) करता है
यह शरीर के अंदर से विषैले तत्वों को बाहर निकालने में सहायक है। लीवर को डिटॉक्स करता है और त्वचा की चमक बढ़ाता है।
फायदा: स्किन प्रॉब्लम्स जैसे पिंपल, दाग-धब्बे, झाइयों में राहत मिलती है।
8. एनीमिया (खून की कमी) में लाभकारी
इसमें आयरन और विटामिन B6 होता है, जो शरीर में हीमोग्लोबिन बढ़ाने में मदद करता है। खासकर महिलाओं में यह बहुत फायदेमंद है।
खास सुझाव: किशोरियों और गर्भवती महिलाओं को इसका नियमित सेवन करना चाहिए।
9. लिवर को मजबूत बनाता है
केले का थंभ लिवर फंक्शन को बेहतर करता है और फैटी लिवर की समस्या को कम करने में सहायक है। यह लीवर को सक्रिय करता है और टॉक्सिन्स बाहर निकालता है।
उपयोग: केले के तने का रस खाली पेट लेने से लिवर को मजबूती मिलती है।
10. गठिया और सूजन में आराम
इसमें मौजूद प्राकृतिक एंटी-इंफ्लेमेटरी तत्व शरीर के जोड़ों की सूजन को कम करते हैं और गठिया जैसी समस्याओं से राहत दिलाते हैं।
घरेलू नुस्खा: केले के थंभ का सूप या सब्जी गठिया रोगियों के लिए लाभकारी है।
◽केले के थंभ का सेवन कैसे करें?
उपयोग का तरीका विधि
(1) रस : केले के थंभ को काटकर मिक्सर में पानी के साथ पीस लें और छानकर रस निकाल लें।
(2) सब्जी : छोटे टुकड़ों में काटकर हल्का उबालें और मसालों के साथ सब्जी बनाएं।
(3) सूप: उबाले हुए तने को अदरक, हल्दी और नमक के साथ पकाएं।
(4) सलाद: कच्चे तने को महीन काटकर नींबू और नमक के साथ खाएं।
ध्यान देने योग्य बातें:
• गर्भवती महिलाएं या विशेष औषधि ले रहे लोग सेवन से पहले डॉक्टर की सलाह लें।
• ताजा केले के थंभ का ही सेवन करें, बासी होने पर इसके पोषक तत्व कम हो जाते हैं।
• अधिक मात्रा में सेवन करने से कुछ लोगों को दस्त या पेट में दर्द हो सकता है, इसलिए संतुलित मात्रा में लें।
केले का थंभ एक प्राकृतिक औषधि है जो अनेक बीमारियों से लड़ने में मदद करता है। आयुर्वेद में इसे विशेष स्थान दिया गया है और यह शरीर को भीतर से स्वस्थ रखने का एक सस्ता और असरदार उपाय है। यदि आप भी शारीरिक समस्याओं से जूझ रहे हैं, तो अपने आहार में केले के थंभ को जरूर शामिल करें।