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বিজ্ঞাপন

किन-किन लोगों को प्याज नहीं खाना चाहिए?




किन-किन लोगों को प्याज नहीं खाना चाहिए?

( Apurba Das )

प्याज हमारे भोजन का एक अहम हिस्सा है, जो न केवल स्वाद बढ़ाता है, बल्कि इसके कई औषधीय गुण भी होते हैं। आयुर्वेद, यूनानी चिकित्सा और आधुनिक विज्ञान भी इसके लाभों को मानते हैं। लेकिन हर चीज़ की तरह प्याज भी सभी के लिए फायदेमंद नहीं होता। कुछ लोगों को प्याज से परहेज़ करना चाहिए क्योंकि यह उनकी स्थिति को और बिगाड़ सकता है।

आइए विस्तार से जानते हैं कि किन-किन लोगों को प्याज नहीं खाना चाहिए:




1. जिन्हें नाइटफॉल (स्वप्नदोष) की समस्या है:

प्याज एक तासीर में गर्म और कामोत्तेजक (aphrodisiac) पदार्थ माना जाता है। यह शरीर में कामेच्छा को बढ़ाता है और वीर्य को उत्तेजित करता है। ऐसे में जिन पुरुषों को बार-बार नाइटफॉल की समस्या रहती है, उन्हें प्याज का सेवन कम करना चाहिए या पूरी तरह से बंद कर देना चाहिए। खासकर रात के समय प्याज खाना उनके लिए हानिकारक हो सकता है क्योंकि इससे नींद के दौरान वीर्यस्खलन की संभावना बढ़ जाती है।

2. अत्यधिक यौन क्रिया करने वाले व्यक्ति:

जो लोग बार-बार सेक्स करते हैं या जिन्हें यौन उत्तेजना अधिक होती है, उन्हें भी प्याज का अधिक सेवन नहीं करना चाहिए। क्योंकि प्याज शरीर में पित्त और गर्मी बढ़ाता है और इससे यौन इच्छा और उत्तेजना और अधिक बढ़ सकती है। इससे वीर्य की गुणवत्ता पर भी असर पड़ सकता है और शरीर थकावट महसूस कर सकता है। आयुर्वेद में ऐसे लोगों को ठंडी तासीर वाले भोजन की सलाह दी जाती है।





3. जिन्हें लिवर से जुड़ी समस्या है:

प्याज में सल्फर कंपाउंड्स होते हैं जो सामान्य रूप से शरीर के लिए लाभकारी होते हैं, लेकिन लिवर खराबी या फैटी लिवर जैसी समस्या में यह अधिक समस्या पैदा कर सकता है। अधिक मात्रा में प्याज खाना लिवर पर दबाव डाल सकता है और पाचन को बिगाड़ सकता है।

4. जिन्हें गैस, एसिडिटी और अपच की शिकायत रहती है:

प्याज में फ्रुक्टो-ओलिगोसेकराइड्स होते हैं जो कुछ लोगों में गैस और अपच की समस्या को बढ़ा सकते हैं। विशेषकर कच्चा प्याज खाना एसिड रिफ्लक्स या गैस्ट्रिक रिफ्लक्स डिजीज (GERD) वालों के लिए नुकसानदायक हो सकता है। उन्हें पका हुआ प्याज भी सीमित मात्रा में खाना चाहिए।

5. त्वचा रोग या एलर्जी वाले व्यक्ति:

कुछ लोगों को प्याज से एलर्जी होती है, जिससे स्किन रैश, खुजली, लालिमा और अन्य त्वचा संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। प्याज के सल्फर तत्व कुछ संवेदनशील लोगों के लिए एलर्जिक रिएक्शन का कारण बन सकते हैं। उन्हें प्याज पूरी तरह से टालना चाहिए।

6. मेडिटेशन और आध्यात्मिक अभ्यास करने वाले साधक:

आयुर्वेद और योगशास्त्र में प्याज को ‘तामसिक’ भोजन की श्रेणी में रखा गया है। तामसिक भोजन मन में आलस्य, भ्रम, क्रोध और अधिक वासना को बढ़ाता है। इसलिए जो लोग ध्यान, ब्रह्मचर्य, योग साधना या अध्यात्मिक साधना में लगे होते हैं, उन्हें प्याज (और लहसुन) से दूर रहने की सलाह दी जाती है।

7. जिन्हें ब्लड प्रेशर की समस्या है:

प्याज में मौजूद क्वेर्सेटिन नामक तत्व ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद करता है, लेकिन यदि कोई व्यक्ति पहले से ही ब्लड प्रेशर की दवा ले रहा है, तो प्याज का अधिक सेवन करने से ब्लड प्रेशर बहुत अधिक नीचे जा सकता है। इससे कमजोरी, चक्कर और बेहोशी जैसी समस्या हो सकती है।

8. शारीरिक कमजोरी और थकान से जूझ रहे लोग:

प्याज में मौजूद तत्व शरीर को थोड़ी देर के लिए ऊर्जा देते हैं, लेकिन अगर शरीर पहले से ही अत्यधिक थका हुआ है या रोगी अवस्था में है, तो प्याज शरीर की ऊर्जा को अधिक खर्च करवा सकता है। कमजोर शरीर को प्याज पचाने में भी दिक्कत होती है।

9. स्त्रियों में माहवारी संबंधी समस्याएं:

कुछ महिलाओं को पीरियड्स के दौरान अत्यधिक ब्लीडिंग या पेट दर्द की शिकायत होती है। ऐसे समय में प्याज जैसे गर्म तासीर वाले पदार्थ खाना समस्या को और बढ़ा सकते हैं। पीरियड्स के समय प्याज का सेवन सीमित या न करना ही बेहतर है।


◽उपाय और सुझाव:

• अगर आप नाइटफॉल या वीर्य की कमजोरी से परेशान हैं, तो प्याज के स्थान पर ठंडी तासीर वाले खाद्य पदार्थ खाएं जैसे – नारियल पानी, गुलकंद, मिश्री, सौंफ, ठंडी दूध।

• प्याज के स्थान पर हींग, अजवाइन या हरी धनिया का उपयोग स्वाद के लिए करें।

शरीर की गर्मी को नियंत्रित करने के लिए ताजे फल, दही, बेल का शरबत आदि लें।


• प्याज एक औषधीय गुणों से भरपूर सब्जी है लेकिन हर चीज़ हर व्यक्ति के लिए उपयुक्त नहीं होती। जिन लोगों को नाइटफॉल, यौन कमजोरी, लिवर समस्या, एलर्जी, गैस, त्वचा रोग या आध्यात्मिक अभ्यास की रुचि है, उन्हें प्याज से परहेज़ करना चाहिए। यदि आपको संदेह है कि प्याज आपके लिए लाभकारी है या नहीं, तो किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक या आहार विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें।









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