सावधान ! प्रोटीन पाउडर से हो सकता है किडनी की बीमार
( Apurba Das )
आज के समय में फिटनेस और बॉडी बिल्डिंग का क्रेज युवाओं में तेजी से बढ़ रहा है। हर कोई मजबूत शरीर और सिक्स-पैक एब्स पाने की चाहत रखता है। जिम में मेहनत करने के साथ-साथ लोग अपने डाइट प्लान में प्रोटीन पाउडर को भी शामिल कर लेते हैं। लेकिन बहुत से लोग यह नहीं जानते कि बिना डॉक्टर या डाइटीशियन की सलाह के ज्यादा मात्रा में प्रोटीन लेना शरीर के लिए नुकसानदायक भी हो सकता है। आइए जानते हैं कि शरीर को वास्तव में कितनी मात्रा में प्रोटीन की जरूरत होती है, एक्सरसाइज करने वालों के लिए कितना प्रोटीन जरूरी है, कौन-सा प्रोटीन पाउडर सुरक्षित है, और इसके क्या नुकसान हो सकते हैं।
1. हमें रोजाना कितना प्रोटीन लेना चाहिए?
प्रोटीन हमारे शरीर का एक महत्वपूर्ण पोषक तत्व है, जो मांसपेशियों, त्वचा, बालों, हड्डियों और इम्यून सिस्टम की मजबूती के लिए जरूरी है। लेकिन हर व्यक्ति की प्रोटीन की जरूरत एक समान नहीं होती। यह उम्र, वजन, और शारीरिक गतिविधियों पर निर्भर करती है।
◽आम व्यक्ति के लिए प्रोटीन की आवश्यकता:
एक स्वस्थ व्यक्ति को प्रति दिन अपने शरीर के वजन के प्रति किलोग्राम 0.8 से 1 ग्राम प्रोटीन की जरूरत होती है।
उदाहरण के लिए, यदि किसी व्यक्ति का वजन 60 किलोग्राम है, तो उसे रोज़ाना लगभग 48 से 60 ग्राम प्रोटीन की आवश्यकता होती है।
◽प्राकृतिक स्रोतों से मिलने वाला प्रोटीन:
• दूध और दही
• अंडा (एक अंडे में लगभग 6 ग्राम प्रोटीन होता है)
• दालें (मूंग, मसूर, अरहर)
• पनीर, टोफू
• सोया प्रोटीन
• मछली, चिकन, और बीन्स
यदि आप इन खाद्य पदार्थों को नियमित रूप से अपने भोजन में शामिल करते हैं, तो आपको पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन मिल सकता है और सप्लीमेंट की आवश्यकता नहीं रहती।
💪 2. एक्सरसाइज या जिम करने वालों को कितना प्रोटीन लेना चाहिए?
जो लोग रोज़ जिम करते हैं या बॉडी बिल्डिंग की दिशा में काम कर रहे हैं, उनके शरीर को सामान्य लोगों की तुलना में अधिक प्रोटीन की आवश्यकता होती है, क्योंकि व्यायाम के दौरान मांसपेशियों में हल्की टूट-फूट होती है, जिसे ठीक करने के लिए प्रोटीन जरूरी होता है।
◽व्यायाम करने वाले या एथलीट के लिए प्रोटीन आवश्यकता:
लाइट एक्सरसाइज करने वालों को शरीर के वजन के प्रति किलोग्राम 1.2 से 1.6 ग्राम प्रोटीन की जरूरत होती है।
मसल बिल्डिंग करने वालों या हेवी वेट ट्रेनिंग करने वालों को लगभग 1.6 से 2 ग्राम प्रति किलोग्राम प्रोटीन की आवश्यकता होती है।
उदाहरण के लिए, अगर आपका वजन 70 किलो है और आप मसल बिल्डिंग कर रहे हैं, तो आपको लगभग 110 से 130 ग्राम प्रोटीन प्रतिदिन लेना चाहिए। लेकिन यह प्रोटीन प्राकृतिक भोजन और सप्लीमेंट दोनों से लिया जा सकता है।
3. कौन-सा प्रोटीन पाउडर इस्तेमाल करें?
बाजार में कई तरह के प्रोटीन सप्लीमेंट उपलब्ध हैं, जैसे Whey Protein, Casein Protein, Soy Protein, और Plant-based Protein। हर व्यक्ति के शरीर के अनुसार इनकी उपयोगिता अलग-अलग होती है।
(1) Whey Protein (व्हे प्रोटीन): यह सबसे लोकप्रिय और आसानी से पचने वाला प्रोटीन है। दूध से तैयार किया जाता है और मसल ग्रोथ के लिए अच्छा माना जाता है।
फायदा: जल्दी एब्जॉर्ब होता है।
कब लें: वर्कआउट के तुरंत बाद।
(2) Casein Protein (कैसिन प्रोटीन): यह धीरे-धीरे पचता है और रात के समय सेवन के लिए उपयुक्त है।
फायदा: मसल रिपेयर में मदद करता है।
कब लें: सोने से पहले।
(3) Soy Protein (सोया प्रोटीन): यह शाकाहारी लोगों के लिए एक बेहतरीन विकल्प है।
फायदा: कोलेस्ट्रॉल कम करने में मदद करता है।
(4) Plant-based Protein: यह दालों, मटर, चिया सीड्स आदि से बनाया जाता है।
फायदा: वीगन या एलर्जी वाले लोगों के लिए सुरक्षित विकल्प।
सुझाव: प्रोटीन पाउडर खरीदते समय हमेशा ISO Certified या FSSAI Approved ब्रांड ही चुनें। किसी भी प्रोटीन पाउडर को इस्तेमाल करने से पहले न्यूट्रिशनिस्ट या डॉक्टर से सलाह जरूर लें, ताकि यह पता चले कि यह आपके शरीर की जरूरत और स्वास्थ्य के अनुसार है या नहीं।
4. प्रोटीन पाउडर के नुकसान (Side Effects of Protein Powder)
प्रोटीन पाउडर लाभदायक तो है, लेकिन इसका ज्यादा सेवन शरीर पर कई तरह के दुष्प्रभाव डाल सकता है।
(1) किडनी पर असर: ज्यादा प्रोटीन लेने से किडनी पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है क्योंकि प्रोटीन के टूटने से यूरिया बनता है जिसे निकालना किडनी का काम है। लंबे समय तक ओवरलोडिंग से किडनी की कार्यक्षमता घट सकती है और किडनी फेल्योर तक की स्थिति बन सकती है।
(2) लिवर पर दबाव: अत्यधिक प्रोटीन का मेटाबॉलिज्म लिवर को ओवरवर्क करता है। इससे फैटी लिवर या लीवर इनफ्लेमेशन की समस्या हो सकती है।
(3) पाचन संबंधी समस्या: ज्यादा प्रोटीन लेने से कब्ज, गैस, या पेट फूलने की शिकायत हो सकती है, खासकर तब जब पर्याप्त पानी न पिया जाए।
(4) हड्डियों की कमजोरी: अत्यधिक प्रोटीन शरीर में कैल्शियम की कमी पैदा कर सकता है, जिससे हड्डियां कमजोर हो जाती हैं।
(5) वजन बढ़ना: कई प्रोटीन पाउडर में चीनी और फ्लेवर मिलाए जाते हैं। इनका लगातार सेवन करने से शरीर में फैट बढ़ सकता है और वजन घटने की बजाय बढ़ने लगता है।
(6) एलर्जी और त्वचा की समस्या: कुछ लोगों को Whey या Soy Protein से एलर्जी हो सकती है, जिससे स्किन रैशेज या मुंहासे बढ़ सकते हैं।
5. सुरक्षित और संतुलित तरीका
प्रोटीन की मात्रा हमेशा अपने शरीर की जरूरत और एक्सरसाइज की तीव्रता के अनुसार तय करें।
दिनभर में पर्याप्त मात्रा में पानी (3–4 लीटर) पिएं ताकि किडनी पर बोझ न पड़े। कोशिश करें कि अधिकतर प्रोटीन प्राकृतिक स्रोतों से मिले।
सप्लीमेंट केवल तब लें जब डाइट से जरूरत पूरी न हो रही हो।
किसी भी ब्रांड का प्रोटीन खरीदने से पहले उसके लेबल को ध्यान से पढ़ें।
प्रोटीन शरीर के लिए बेहद जरूरी है, लेकिन “ज्यादा लेना” हमेशा “ज्यादा फायदेमंद” नहीं होता। अगर आप बिना सलाह के केवल मसल्स बनाने की होड़ में प्रोटीन पाउडर पीते जा रहे हैं, तो यह आपकी सेहत को गंभीर नुकसान पहुंचा सकता है। सही मात्रा, सही समय और सही प्रकार का प्रोटीन ही शरीर को लाभ देता है। इसलिए समझदारी इसी में है कि प्रोटीन को फैशन नहीं, जरूरत के हिसाब से अपनाएं।