बॉलीवुड एक्ट्रेस करिश्मा कपूर के पूर्व पति संजय कपूर हार्ट अटैक के कारण मौत
By Good Assam 13 June 2025
बॉलीवुड एक्ट्रेस करिश्मा कपूर के पूर्व पति संजय कपूर अब इस दुनिया में नहीं रहे। संजय का गुरुवार शाम निधन हो गया। जिस वक्त उनका निधन हुआ वो उस वक्त यूके में थे और पोलो मैच खेल रहे थे। पोलो खेलते हुए उनके मुंह में मधुमक्खी चली गई, जिसके कुछ देर बाद उन्हें दिल का दौरा पड़ गया और 53 साल की उम्र में निधन हो गया।
हार्ट फेल (Heart Failure) एक गंभीर स्थिति है जिसमें हृदय (दिल) शरीर की आवश्यकतानुसार पर्याप्त मात्रा में रक्त पंप नहीं कर पाता। इसका मतलब यह नहीं कि दिल काम करना बंद कर देता है, बल्कि वह उतनी क्षमता से काम नहीं कर पाता जितनी ज़रूरत होती है।
हार्ट फेल क्यों होते हैं? (मुख्य कारण)
1. हाई ब्लड प्रेशर (उच्च रक्तचाप)
लंबे समय तक उच्च रक्तचाप दिल पर दबाव डालता है, जिससे हृदय की मांसपेशियाँ कमजोर हो सकती हैं।
2. दिल का दौरा (Heart Attack)
जब किसी धमनी में ब्लॉकेज होता है तो हृदय के किसी हिस्से को ऑक्सीजन नहीं मिलती, जिससे वह हिस्सा खराब हो जाता है और हृदय की पंप करने की क्षमता घट जाती है।
3. कार्डियोमायोपैथी (दिल की मांसपेशियों की बीमारी)
यह एक ऐसी स्थिति होती है जिसमें दिल की मांसपेशियाँ कमजोर या मोटी हो जाती हैं।
4. दिल की धड़कनों की अनियमितता (Arrhythmia)
बहुत तेज़ या बहुत धीमी धड़कन हृदय की कार्यक्षमता को प्रभावित कर सकती है।
5. मधुमेह (Diabetes)
शुगर का स्तर अगर नियंत्रित नहीं हो तो यह हृदय और रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचाता है।
6. धूम्रपान और शराब का अत्यधिक सेवन
ये आदतें हृदय और रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचाती हैं।
7. मोटापा और व्यायाम की कमी
यह हृदय पर अतिरिक्त दबाव डालता है, जिससे हृदय कमजोर हो सकता है।
हार्ट फेल से बचने के उपाय
1. स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं
नियमित व्यायाम करें – जैसे brisk walking, योग, साइकलिंग आदि।
स्वस्थ आहार लें – फल, सब्ज़ियाँ, साबुत अनाज, कम नमक और कम वसा वाला भोजन।
नमक और चीनी का सेवन सीमित करें।
2. ब्लड प्रेशर और शुगर की नियमित जांच
अगर हाई बीपी या डायबिटीज़ है तो दवाएं समय पर लें और डॉक्टर से परामर्श लेते रहें।
3. धूम्रपान और शराब छोड़ें
धूम्रपान पूरी तरह से बंद करना और शराब से दूरी बनाना हृदय के लिए बहुत जरूरी है।
4. तनाव से बचें
तनाव हार्मोन (जैसे कोर्टिसोल) हृदय पर असर डाल सकते हैं। ध्यान, प्राणायाम और पर्याप्त नींद सहायक हो सकते हैं।
5. वजन नियंत्रित रखें
मोटापा दिल की बीमारियों का एक बड़ा कारण है। BMI को सामान्य स्तर पर बनाए रखें।
6. रेगुलर हेल्थ चेकअप
हर 6-12 महीने में एक बार ईसीजी, लिपिड प्रोफाइल, और इकोकार्डियोग्राफी जैसी जांचें कराते रहें।
7. दवाओं का नियमित सेवन
अगर डॉक्टर ने दिल से जुड़ी कोई दवाएं दी हैं तो उन्हें बिना भूले लें और खुद से बंद न करें।
विशेष संकेत जिन्हें नज़रअंदाज़ न करें:
सांस लेने में तकलीफ़
पैरों या टखनों में सूजन
जल्दी थकान
लगातार खांसी या घरघराहट
सीने में दबाव या दर्द
अगर इनमें से कोई लक्षण दिखाई दे, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
हार्ट फेल एक जानलेवा लेकिन रोकथाम योग्य बीमारी है। यदि आप जीवनशैली में सुधार करें, नियमित जांच कराते रहें और समय पर इलाज लें, तो आप लंबे समय तक स्वस्थ जीवन जी सकते हैं।